tag:blogger.com,1999:blog-1530048312813588738.post8897820938790734765..comments2024-03-06T19:20:52.777+05:30Comments on राजस्थानी ऒळखांण: Rajasthani Language Idioms and PhrasesGuman singhhttp://www.blogger.com/profile/04241390274423178969noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-1530048312813588738.post-38374304303881385892010-04-21T12:29:29.618+05:302010-04-21T12:29:29.618+05:30राव जी खावता तो चोखी लिखी हो. थोड़ीक मे भी जोड़ रे...राव जी खावता तो चोखी लिखी हो. थोड़ीक मे भी जोड़ रेयो हूँ. उम्मीद हेके पसंद आवेला...<br /><br />हिल्योडी भान्दरीआडॅक मतीरा खावे.<br />देश री गधी ने पूरब री चाल! माता मे लीखा ने लेडीस बाल<br />सीरो कतरोयी भीगड़ जावे पन राबड़ी सू तो चोखो इज वेह<br />धड़ा रो ढाल अर धोडन रो मन<br />पोटा थेपे बानीयो - घी रा भाव जानीयो<br />सीकार री बख़त हंगाई आवे<br />बाई तो टेयर इज बेटी आर बीरो लेवान पुगो<br />सूसरोजी नाथ ग्डावो - बेटा मे तो नाक बाड ने री सोच रेयो हो<br />बाबो आठ नी देवे साठ देयी<br />नाक बढाया भगवान दीसे<br />उँट रो पाद नी जमी माथे आर नी आकास मे<br />गोह री मोत आवे जद भीला रे गारे भाटा भावे<br />खांख मे छोरो आर गाँव मे ढिंढोरो<br />के तो गीन्वार खाय मरे के उँचाय मारे<br />कगला रे चावन सू भेंस थोड़ी मरे <br /><br /><br />सज्जन सिंग चंपावत रणसीगावAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1530048312813588738.post-58477987405178283652010-03-06T18:23:01.698+05:302010-03-06T18:23:01.698+05:30पहला राजस्थानी चिट्ठा
राजस्थलीपहला राजस्थानी चिट्ठा <br /><br /><a href="http://rajasthali.blogspot.com" rel="nofollow">राजस्थली</a>सागर नाहरhttps://www.blogger.com/profile/16373337058059710391noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1530048312813588738.post-85505242912732706482010-03-06T17:53:47.367+05:302010-03-06T17:53:47.367+05:30आंधा रो तंदूरो तो रामदेवजी ज बजावै है।
रामदेव जी न...आंधा रो तंदूरो तो रामदेवजी ज बजावै है।<br />रामदेव जी ने सघळां ढेढ़ ईज मले है<br /><br />कहावतां तो घणी और भी है पणं अबार याद कोनी आ री है.. आप एक साथे इत्ती सारी कहावता री जग्या एक पोस्ट में दस-बीस कहावतां ज पोस्ट कणी ही।<br />खैर...<br /><br />सागर नाहरसागर नाहरhttps://www.blogger.com/profile/16373337058059710391noreply@blogger.com