उमापति मिरगछाळा आसन,
भक्तों के दुख भंजनहारी।
तांडव नृत्य कियो त्रिपुरारी,
देख डरि दुनियांणद सारी,
गरल गटागट पी गणपालक,
नीलकंठ शंभू निरंकारी,
शंभू के तुम नाथ हो शंकर,
पाप हरो पल मोंय पुरारि।।
।।शंभू कजोई।।
प्रमोद सराफ हमारे बीच नहीं रहें।
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* प्रमोद्ध सराफ एक स्मृति*
*-शम्भु चौधरी, कोलकाता-*
*"युवा शक्ति-राष्ट्र शक्ति" *का उदघोष करने वाले गुवाहाटी शहर के वरिष्ठ
अधिवक्ता और *अखिल भारतीय मारवा...
4 हफ़्ते पहले
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